अत्यन्त संभावनाओं से भरपूर भारत पेट्रोलियम का संयुक्त उद्यम एनआरएल रु. 1000 करोड़ की प्राधिकृत शेयर पूँजी के साथ स्थापित 1993 में स्थापित हुआ था ।
31 मार्च 2015 को एनआरएल अदा की हुई शेयर पूँजी रु. 735.63 करोड़ थी। इसमें बीपीसीएल का हिस्सा 61.65% हैं। एनआरएल प्रथम श्रेणी का मिनी रत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। यह आसाम की 3- रिफाइनरी से कार्यव्यापार संचालित करता हैं। रिफाइनरी के अतिरिक्त एनआरएल के दो मार्केटिंग टर्मिनल भी हैं। सिलीगुड़ी का टर्मिनस उत्पादों की निकासी के लिए है तथा दूसरा नूमालीगढ़ में 10 टीएमटीपीए का एलपीजी बॉटलिंग प्लांट ।
वर्ष 2014-2015 के दौरान एनआरएल का क्रूड 2.78 एमएमटी था जबकि पिछले वर्ष यह 2.61 एमएमटी था । इस प्रकार क्षमता का इस्तेमाल 87.1% से बढ़कर 92.5% हो गया। 2014-2015 में एनआरएल की डिस्टिल की मात्रा 90.69% थी जो की देश के सार्वजनिक क्षेत्र के रिफाइनरी उद्यमो में अधिकतम है।ऐसी उपलब्धि एनआरएल ने लगातार चौथे वर्ष प्राप्त की है । वर्ष 2014-2015 के दौरान विशिष्ट ऊर्जा खपत 51.6 एमबीएन थी जो कि इस क्षेत्र में श्रेष्ठ है। सुरक्षा प्रबंधन की दृष्टि से रिफाइनरी में 31 मार्च 2015 तक संचयी लॉस टाइम एक्सीडेंट (एलटीए) 24.5 लाख खरं घंटे पहुँच गया (13 साल, 1 माह)।
वर्ष के दौरान एनआरएल ने परियोजना के लिए अनुमोदित राशि 676 करोड़ के भीतर वेक्स प्रोजेक्ट प्रारंभ किया। अब एनआरएल वेक्स उत्पादन में देश का सबसे बड़ा यूनिट है। आशा की जाती है कि उत्पाद (वेक्स) के आयत की स्थानापत्ति में यह यूनिट महत्त्वपूर्ण योगदान देगा ।
वर्ष 2014-2015 के लिए एनआरएम का जी आर एम् 16.67 प्रति बैरल था जो कि भारतीय रेफिनेरियों में सर्वोत्तम है जबकि पिछले साल यह 12.09 प्रति बैरल था । ऐसी उच्च जी आर एम् से रिकॉर्ड लाभ प्राप्त करने में सहायता मिली। टैक्स से पूर्व 2014-2015 में रु. 1,134.25 करोड़ था जबकि गाठ वर्ष यह रु. 562.66 करोड़ था। इस प्रकार लाभ में 101 % की वृद्धि हुई ।
31 मार्च 2015 के समाप्त वित्तीय वर्ष में एनआरएल के व्यापार से रु.10,827.05 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ जबकि पिछले वर्ष यह रु. 9,876.76 करोड़ था इस प्रकार कुल राजस्व में 6.56 % कि वृद्धि हुई । कर भुगतान के बाद कंपनी को इस वर्ष रु. 718.31 करोड़ का लाभ हुआ जबकि पिछले वर्ष यह 371.09 करोड़ था । कंपनी के संचालक मंडल ने वर्ष 2014 -2015 के लिए पूरी तरह से देय रु. 10 के शेयर पर रु. 4/- का डिविडेंट ( लाभ) देने की सिफारिश की है। 31 मार्च 2015 को एनआरएल का शुद्ध स्वामित्व रु. 3,354.98 करोड़ था तथा प्रत्येक शेयर की बुक – वेल्यु पिछले वर्ष के रु. 40.66 की तुलना में बढ़कर रु.45.61 हो गई ।